RAM और ROM के बीच क्या अंतर है? तो आइए जानते हैं


RAM और ROM के बीच एक बड़ा अंतर है जो शायद हम मे से कुछ लोग की जानते होंगे। क्या आप जानते हैं? आज से पहले मैं भी इसके बारे में ज्यादा नहीं जानता था लेकिन एक लेखक होने के नाते और अपने यूजर्स को जानकारी देने के चलते मुझे भी इसके बारे में जाना पड़ा हालांकि अंग्रेजी भाषा में इस बारे में बहुत से लेकर आपको मिल जाएंगे पर हिंदी भाषा लोगों की बात आती है तो उनके लिए शायद ही ये जानकारी उनकी भाषा में उपलब्ध है। हालांकि आपको चिंता करने की जरा भी जरूरत नहीं है। हमारे होते आप किसी भी जानकारी से वंचित रह जाए ऐसा कैसे हो सकता है। मैंने इस पोस्ट को लिखने से पहले काफी शोध किया और मुझे इसके बाद  मालूम पड़ा कि  वाकई  एक दोनों एक दूसरे से काफी अलग है। अब जब मैं इस बारे में जान गया हूं तो आइए आप को भी इसके बारे में कुछ जानकारी दे दूँ। हो सकता है कि आप में से कुछ लोग इसके बारे में जानते होंगे लेकिन ज्यादा लोग नहीं जानते होंगे तो आइए बात को ज्यादा आगे न बढ़ाते हुए जानते हैं कि आखिर दोनों में क्या अंतर है।

कंप्यूटर और मोबाइल मुख्यतः दो तरह के मेमोरी का उपयोग होता है। रैम मेमोरी और रोम मेमोरी । आम उपभोक्ताओं के लिए यह समझना थोड़ा कठिन होता है इनमे अंतर क्या है ? वही फोन और कंप्यूटर की खरीदारी के दौरान कौन सी मेमोरी ज्यादा उपयोगी है ? तो चलिए हम बताते हैं रैम और रोम मेमोरी के इसी अंतर को

अर्थ
RAM (रैम) का अर्थ है Random Access Memory (रैंडम एक्सेस मेमोरी) जबकि ROM (रोम) मेमोरी को Read Only Memory  (रीड ओनली मेमोरी) कहां जाता है।


एक्सेसिबिलिटी
एक्सेसिबिलिटी रैम का कार्य मुख्य रूप से प्रोसेसर के साथ होता है यह उन सूचनाओं को स्टोर करता है जिसे प्रोसेसर तेजी से एक्सेस कर सके ।

प्रोसेसर ROM मेमोरी में उपलब्ध सूचनाओं को सीधा एक्सेस नहीं कर सकता। इसके लिए पहले रैम को कमांड देगा। रैम मेमोरी से सूचना प्राप्त कर प्रोसेसर को एक्जिक्यूट करेगा अर्थात आगे पहुंच जाएगा।

स्टोरेज

रैम मेमोरी सिर्फ टेंपरेरी सूचनाओं को संग्रहित करता है। अर्थात आप इंटरनेट का उपयोग करते हैं तो अक्सर कुछ टाइप करते ही वे सभी पुराने साइट्स की जानकारी आ जाती है जिसे आपने पहले ब्राउज़ किया था। कुकीज, कैशे मेमोरी और हिस्ट्री को क्लियर करके रैम मेमोरी को खाली कर सकते हैं।

रोम मेमोरी में सूचनाएं स्थाई रूप से सुरक्षित होती है सूचनाओं को आप डिलीट नहीं कर सकते। इंटरनल मेमोरी से फाइलों को डिलीट कर यह लगता है की वे नष्ट हो गई लेकिन ऐसा नहीं है। रोम में उपलब्ध डाटा को मिटाया नहीं था सकता है। इसलिए आपने देखा होगा कि कंप्यूटर या मोबाइल में बैकअप से डाटा को रिकवर कर लिया जाता है।

कार्य का तरीका

कार्य का तरीका रैम मेमोरी में सूचनाओं को आप पढ़ सकते हैं और वहां नहीं सूचनाएं लिख भी सकते हैं। वहीं रैम मेमोरी में उपलब्ध सूचनाओं में आप आसानी से बदलाव कर सकते हैं।

रोम मेमोरी में उपलब्ध सूचनाएं सिर्फ पढ़ सकते हैं उसमें बदलाव नहीं कर सकते। नई सूचनाओं को इससे रिप्लेस किया जा सकता है लेकिन हटाया नहीं जा सकता।

स्पीड

रैम मेमोरी किसी फाइल फोल्डर और डाटा एक्सेस को तेज करता है। प्रोसेसर की गति को तेज करने में रैम का योगदान अहम होता है यदि आप ऐसा फोन लेना चाहते हैं जिसकी प्रोसेसिंग अच्छी हो तो उसमें ताकतवर प्रोसेसर के साथ बेहतर उच्च क्षमता वाला रैम होना भी आवश्यक है।

फोन की स्पीड से रोम मेमोरी कार्ड कोई लेना देना नहीं होता है। प्रोसेसिंग स्पीड पर इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ता। हाँ बेहतर क्वॉलिटी की मेमोरी होने पर तेजी से डाटा को ट्रांसफर करने में सहायक होता है।

स्ट्रक्चर

रैम एक चिप होता है जो कंप्यूटर और  मोबाइल के  बोर्ड पर  इंटीग्रेट होता है। जबकि रोम एक ऑप्टिकल ड्राइवर है जो मैग्नेटिक टेप से बना होता है।

डाटा संरक्षण

डाटा संरक्षण के लिए रैम मेमोरी को इलेक्ट्रिसिटी की आवश्यकता होती है। जबकि रोम मेमोरी में डाटा संरक्षण के लिए इलेक्ट्रिसिटी की आवश्यकता नहीं होती।

निष्कर्ष

कुल मिलाकर कहा जा सकता है कि किसी फोन या कंप्यूटर की खरीदारी में दोनों मेमोरी की उपयोगिता उतनी ही है। यहां ज्यादा रैम मेमोरी  से आप बेहतर तरीके से फोन और कंप्यूटर का उपयोग कर सकेंगे। डिवाइस में हैंग होने और धीमा होने की समस्या कम होगी।

वही रोम मेमोरी में आप डाटा को स्टोर करते हैं ऐसे में रोम मेमोरी जितनी ज्यादा होगी आप उतना अधिक डाटा स्टोर कर पाएंगे।

तो इस आर्टिकल में हमने आप को बताया कि रैम और रोम के बीच क्या अंतर है। अगर इसके बारे में कोई सवाल होता है तो नीचे कमेंट करें और इस पोस्ट को शेयर करना न भूलें।

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