हाल ही में एक प्रोजेक्ट की तहत इंफॉर्मेशन एंड टेक्नोलॉजी मिनिस्ट्री में इस तकनीक का सफल टेस्ट किया गया है। इस नई तकनीक को लाई-फाई तकनीक का नाम दिया गया है।
इनफार्मेशन एंड टेक्नोलॉजी मिनिस्ट्री ने इस तकनीक का सफल टेस्ट किया गया है।
खास बातें
1. बिना वाईफाई और ब्रॉडबैंड के हाई स्पीड इंटरनेट देने की तैयारी
2. LED ब्लॉक से Lifi तकनीक से हाई स्पीड इंटरनेट चलेगा।
3. भारत सरकार फिलहाल LiFi तकनीक कि टेस्टिंग कर रही है।
खास बातें
1. बिना वाईफाई और ब्रॉडबैंड के हाई स्पीड इंटरनेट देने की तैयारी
2. LED ब्लॉक से Lifi तकनीक से हाई स्पीड इंटरनेट चलेगा।
3. भारत सरकार फिलहाल LiFi तकनीक कि टेस्टिंग कर रही है।
4G इंटरनेट के दौर में अगर आपको घर में लगे LED ब्लॉग से हाई स्पीड इंटरनेट मिले तो यकीन होगा। जी हां यह हकीकत बनने जा रहा है। आपको अपने घर में बिना वाईफाई और ब्रॉडबैंड के हाई स्पीड इंटरनेट की फैसिलिटी मिल सकती है। यह मुमकिन होगा आपके घर में लगे LED ब्लॉक से भारत सरकार एक ऐसी टेक्नोलॉजी कि टेस्टिंग कर रही है जो इसके अलावा बहुत से फीचर्स मुहैया करा सकती है। हाल ही में एक प्रोजेक्ट के तहत इंफॉर्मेशन एंड टेक्नोलॉजी मिनिस्ट्री में इस तकनीक का सफल टेस्ट किया है इस नई तकनीक को LiFi तकनीक का नाम दिया गया है।
हाई क्वालिटी वीडियो चलेंगे
सरकार की नई तकनीक अगर काम करती है तो LED लैंस मूवी बिलबोर्ड से आपके स्मार्टफोन पर हाई क्वालिटी प्रमोशनल वीडियो और गाने भी चल सकेंगे।
10 GB प्रति सेकेंड की हाई स्पीड मिलेगी
तकनीक को लेकर दावा किया जा रहा है कि इसके जरिए 1 किलोमीटर के क्षेत्र में 10 GB की स्पीड से डाटा ट्रांसफर हो सकेगा। अब इस तकनीक के जरिए देश के लगभग हर हिस्से में इंटरनेट पहुंचाया जा सकता है। स्मार्ट सिटीज में Li-Fi तकनीक काफी कारगार साबित होगी।
स्मार्ट सिटी में काम आएगी तकनीक
मिनिस्ट्री के तहत पायलट प्रोजेक्ट चलाने वाली ऑटोनॉमस साइंटिफिक बॉडी एजुकेशन एंड रिसर्च नेटवर्क(ERNET) कि डायरेक्टर जनरल नीना पाहुजा के मुताबिक आने वाले समय में Smart सिटीज में Li-Fi तकनीक काफी कारगार साबित होगी।
आईआईटी मद्रास के साथ प्रोजेक्ट
इस प्रोजेक्ट पर अभी IIT मद्रास के साथ काम चल रहा है, इसमें LED ब्लॉक बनाने वाली कंपनी Philips शामिल है। इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस अपने इस प्रोजेक्ट का इस्तेमाल बेंगलुरु में करना चाहती है।
Google और नासा भी कर रही है टेस्टिंग
Google और नासा भी कर रही है टेस्टिंग यूनिवर्सिटी ऑफ एडिनबर्ग ने भी 2 साल पहले लारई-फाई तकनीक पर काम शुरू किया था। इसके बाद Google और नासा भी इस तकनीक को विकसित करने पर काम कर रही हैं। पिछले कुछ साल में WhatsApp जैसे विकल्पों पर प्रयोग शुरु हुआ है। इसमें टीवी चैनलों के बीच Data रिले के लिए unused स्पेक्ट्रम का इस्तेमाल किया जाता है।
हाई क्वालिटी वीडियो चलेंगे
सरकार की नई तकनीक अगर काम करती है तो LED लैंस मूवी बिलबोर्ड से आपके स्मार्टफोन पर हाई क्वालिटी प्रमोशनल वीडियो और गाने भी चल सकेंगे।
10 GB प्रति सेकेंड की हाई स्पीड मिलेगी
तकनीक को लेकर दावा किया जा रहा है कि इसके जरिए 1 किलोमीटर के क्षेत्र में 10 GB की स्पीड से डाटा ट्रांसफर हो सकेगा। अब इस तकनीक के जरिए देश के लगभग हर हिस्से में इंटरनेट पहुंचाया जा सकता है। स्मार्ट सिटीज में Li-Fi तकनीक काफी कारगार साबित होगी।
स्मार्ट सिटी में काम आएगी तकनीक
मिनिस्ट्री के तहत पायलट प्रोजेक्ट चलाने वाली ऑटोनॉमस साइंटिफिक बॉडी एजुकेशन एंड रिसर्च नेटवर्क(ERNET) कि डायरेक्टर जनरल नीना पाहुजा के मुताबिक आने वाले समय में Smart सिटीज में Li-Fi तकनीक काफी कारगार साबित होगी।
आईआईटी मद्रास के साथ प्रोजेक्ट
इस प्रोजेक्ट पर अभी IIT मद्रास के साथ काम चल रहा है, इसमें LED ब्लॉक बनाने वाली कंपनी Philips शामिल है। इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस अपने इस प्रोजेक्ट का इस्तेमाल बेंगलुरु में करना चाहती है।
Google और नासा भी कर रही है टेस्टिंग
Google और नासा भी कर रही है टेस्टिंग यूनिवर्सिटी ऑफ एडिनबर्ग ने भी 2 साल पहले लारई-फाई तकनीक पर काम शुरू किया था। इसके बाद Google और नासा भी इस तकनीक को विकसित करने पर काम कर रही हैं। पिछले कुछ साल में WhatsApp जैसे विकल्पों पर प्रयोग शुरु हुआ है। इसमें टीवी चैनलों के बीच Data रिले के लिए unused स्पेक्ट्रम का इस्तेमाल किया जाता है।